sidh kunjika No Further a Mystery



शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ।

मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.

Stotram would be the song. The Song of Perfection and that is no longer hidden thanks to development. That may be, our spiritual development and comprehension of the Chandi exposes the concealed get more info meanings from the bija mantras from the Track.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः

चामुण्डा चण्डघाती च यैकारी वरदायिनी ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

श्रृणु देवि ! प्रवक्ष्यामि, कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि

पाठ मात्रेण संसिद्धयेत् कुंजिका स्तोत्रमुत्तमम्।।

न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।

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